Saturday, October 9, 2010

सर उठा के जीना है तो संगठित होना पड़ेगा

संगठन समाज की धुरी है, ताकत दिखाने के लिए संगठित होना पडेगा, यह विचार श्री अग्रसेन जयन्ती महोत्सव के अवसर पर मुख्य अतिथि  के रूप में बोलते हुए डॉ. दास गुप्ता ऩे व्यक्त किये | डॉ गुप्ता ऩे कहा क़ि देश में हर क्षेत्र में अग्रणी रहने वाला अग्रवाल समाज हमेशा उपेक्षा का ही शिकार रहता है  इसका कारण संगठन का अभाव ही है  | 


इससे पूर्व अग्रसेन जी की जयकार के गगनभेदी नारे लगाते हुए अग्रवाल समाज के लोगों ऩे प्रात प्रभात फेरी निकाली | बाद में श्री अग्रसेन भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा चाट मेला का आयोजन किया गया | सायं काल को आयोजित समारोह की अध्यक्षता मुम्बई प्रवासी श्री भारत बूबना ऩे की जबकि विशिष्ट अतिथि मुम्बई प्रवासी श्री पंकज बूबना थे | इस अवसर पर सीकर जिला वैश्य समाज के अध्यक्ष श्री भगवती प्रसाद सर्राफ व कोषाध्यक्ष श्री नवल जोगानी भी उपस्थित थे  | श्री जोगानी ऩे अग्रसेन जी का जीवन परिचय बताते हुए उनके पद चिन्हों पर चलने का आग्रह किया | गणेश चमडिया ऩे राजनैतिक क्षेत्र में भी समाज की जाग्रति पर जोर डाला |

इस अवसार पर समाज द्वारा आयोजित की जाने वाली सुलेख, चित्रकला, निबंध,  सामान्य ज्ञान, मेहंदी, रंगोली इत्यादि प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया साथ ही साथ बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले एवं शिक्षा में उच्च उपलब्धि हासिल करने वाले समाज के छात्र छात्राओं को भी सम्मानित किया गया | कार्यक्रम के अंत में सीकर जिला अग्रवाल सम्मलेन के मंत्री सुनील बूबना ऩे संस्था के चुनावों की घोषणा की तथा कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की | कार्यकरण का संचालन देवकीनंदन ढांढणिया व अंकित बूबना ऩे किया |   

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