Friday, January 7, 2011

इस साल गूँजेगी सबसे ज्यादा शहनाइयाँ

पिछले कुछ वर्षो में विवाह मुहूर्तो के लिये तरस रहे लोगों को वर्ष 2011 काफी राहत देने वाला है। इस वर्ष के 12 में से 9 महीनों में शादियों के मुहूर्त हैं। जानकारों का मानना है कि इतने शादी के मुहूर्त 25 वर्ष पहले 1986 में पड़े थे। इससे न केवल विवाह योग्य युवक-युवतियों के परिजनों को फायदा होगा,बल्कि टेंट,शादीघर,कैटर्स,बैंड,घोड़ी,शहनाई,कपड़ा-सराफा व्यवसाइयों को भी काफी लाभ होने की उम्मीद है।
2011
में ग्रह—नक्षत्रों का योग ही कुछ ऐसा बण रहा  है कि सावों की भरमार रहेगी। साल में सावों व अबूझ मुहूर्तो को मिलाकर 59 मुहूर्त बन रहे हैं। यानी हर छठे दिन शहर में मांगलिक कार्यक्रम होंगे। पिछले सालों की तुलना में इस बार सावों की संख्या ज्यादा होने से सभी के चेहरे खिले हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि सावों से पूरे साल बाजारों में रौनक रहेगी।
नए साल में 14 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही मलमास की समाप्ति हो जाएगी। इसके बाद मांगलिक कार्यो की शुरुआत होगी। सोलह जनवरी को पहले सावे के साथ ही विवाह के मुहूर्तो का सिलसिला शुरू होगा, जो दिसंबर तक चलेगा।
इस दौरान रात्रि लग्न के 32 सावे, दिवा लग्न के 16 सावे व 11 अबूझ मुहूर्त होंगे। इतने अधिक सावे आने से ज्वैलरी, वाहन, कपड़ा व इलेक्टॉनिक मार्केट में पूरे साल बूम रहेगा। यही नहीं टैंट, विवाह स्थल, बैंडबाजे, किराना, हलवाई, फूल विक्रेता सहित सावों से जुड़े सभी लोगों के चेहरे खिले हुए हैं।
पंडितों का कहना है कि यह साल सावों की संख्या के हिसाब से बहुत अच्छा है। सावों की संख्या ज्यादा होने का प्रमुख कारण है कि
विवाह में योगदान करने वाले गुरू व शुक्र कुंवारों पर काफी मेहरबान दिख रहे हैं। शुक्र अस्त इस बार चातुर्मास में हो रहा है। चातुर्मास में वैसे भी सावे नहीं होते। शुक्र अस्त दोष भी इसी दौरान आ गया। इससे अन्य महीनों में सावों के ज्यादा मुहूर्त बन गए। कई बार तो विवाह मुहूर्त कम होने के कारण तो शादियां अगले वर्ष के टालनी पड़ जाती थीं, लेकिन इस वर्ष ऐसा कुछ नहीं होगा, क्योंकि जनवरी से लेकर जुलाई के दूसरे हफते तक लगातार विवाह मुहूर्त हैं। फिर नवंबर के पहले हफ्ते से शादियां प्रारंभ हो जायेंगी और दिसंबर के दूसरे हफ्ते तक चलेंगी। यदि पिछले वर्षो से तुलना की जाये तो इस बार दोगुने विवाह मुहूर्त पड़ रहे हैं।कई वर्षो बाद इतने विवाह मुहूर्त पड़ रहे हैं, जिससे लोगों को राहत मिलेगी। 

जुलाई तक के मुहूर्त
जनवरी- 21, 22, 23, 24, 25, 28, 29, 30, 31
फरवरी- 1, 2, 6, 7, 8, 12, 13, 17, 28
मार्च- 1, 5, 6, 7, 8, 11
अप्रैल- 29,30
मई-1, 4, 5, 6,11, 22, 26, 27, 28
जून-1, 2, 3, 7, 18, 23, 24, 25, 28, 29, 30
जुलाई- 4,10

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