Monday, April 23, 2012

पेंशनरों ने किया समस्याओं पर विचार विमर्श

पेंशनरों की बैठक मंगलवार को तिवाडी गेस्ट हाउस में वैद्य रामवतार तिवाड़ी की अध्यक्षता में हुई। पूर्व कोषाधिकारी प्रेमप्रकाश छकड़ा ने बताया कि बैठक में निर्णय किया गया कि प्रत्येक माह की पांच तारीख को पेंशनरों की बैठक तिवाड़ी गेस्ट हाउस में होगी। बैठक में पेंशनरों में समस्या रखी कि धानुका अस्पताल में शाम को डॉक्टर नहीं मिलते है और उपभोक्ता भंडार पर दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार के पेंशनरों की सूची मय मोबाइल नंबर, एड्रेस बनाई जाए, जिसका जिम्मा राधेश्याम निर्मल एवं मंगतूराम जोशी को सौंपा गया। साथ ही निर्णय लिया गया कि आगामी बैठक में कार्यकारिणी का पुनर्गठन किया जाएगा। घअनेक पेंशनरों ने बैठक में भाग लिया।

Monday, April 16, 2012

धूल फांक रहा है 50 लाख का ट्रोमा सेंटर

धानुका राजकीय अस्पताल में 50 लाख रुपए की लागत से बना नवनिर्मित ट्रोमा सेंटर पर ताला लग गया। जिला प्रभारी एवं चिकित्सा मंत्री दुर्रू मियां तथा विधायक भवरूं खां द्वारा चार अप्रैल को ही ट्रोमा सेंटर का उद्घाटन किया था। लेकिन अभी तक स्टाफ की नियुक्ति नहीं हुई है। जिसके कारण ट्रोमा सेंटर बंद है। अभी भी आपातकालीन सेवा 108 या अन्य साधनों से दुर्घटना में घायलों को ट्रोमा सेंटर में नहीं लाया जा सकता। क्योंकि ट्रोमा सेंटर का रैम्प बेहद खतरनाक ठंग से बनाया है,जिस पर स्ट्रेचर से मरीज को नहीं लाया जा सकता है। दोनों पीडब्ल्यूडी एवं चिकित्सा विभागों में आपसी सामंजस्य की कमी से एवं ट्रोमा यूनिट में आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण नवनिर्मित ट्रोमा सेंटर उपयुक्त उपयोग नहीं हो रहा है।
ब्लाक सीएमएचओ डा. निर्मल सिंह के अनुसार ट्रोमा सेंटर का रैंप बेहद खतरनाक है। इसे ठीक करवाने के बाद इसे काम में लिया जाएगा। गुरुवार से इसे आउटडोर मरीजों को देखने के लिए काम में लिया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी को रैंप ठीक करने के लिए कहा गया है। सीएमएचओ से बात कर इसे शुरू करवाया जाएगा। चिकित्सकों की नियुक्तिके लिए भी जिला प्रभारी डा. दुर्रूमियां से निवेदन किया है। 

निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित

स्थानीय लायंस क्लब के तत्वीवाधान में भरतिया अस्पताल में नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्ष अख्तर हुसैन ने बताया कि सज्जन जैन एवं जिला अंधता निवारण समिति के सहयोग से आयोजित शिविर में डा.एसी पुरोहित ने रोगियों की जांच की एवं ऑपरेशन योग्य रोगियों का चयन किया गया। ऑपरेशन धानुका राजकीय अस्पताल में किया गया ।क्लब के चार्टर मेंबर सुनील बूबना ने बताया की शिविर  में करीब 300  रोगियों का पंजीयन हुआ तथा 180  के लगभग आपरेशन संपन्न किये गए ।

ऐतिहासिक आपरेशन के बाद खुशियां लेकर लौटी जुमाना

फतेहपुर की  ढाई साल की जुमाना का आपरेशन देशके मेडिकल इतिहास में अपनेआप में अनोखा था ।  जुमाना का आपरेशन देश का पहला ऐसा मामला है जिसमे दूसरे ब्लड ग्रुप में लीवर ट्रांसप्लांट किया गया है ।
ऑपरेशन के बाद घर लौटी ढाई साल की जुआना की मुस्कुराहट और शरारतों से पूरा परिवार फिर से जी उठा है। वो खेलते-खेलते कभी पिता का हाथ पकड़ लेती है तो कभी भागकर मां की गोद में चढ़ जाती है। जुआना के पिता इरशाद ने बताया कि जन्म के बाद जुआना पहली बार इतनी तन्मयता से बच्चों के साथ खेल रही है। वरना पहले तो उसे ज्यादातर बिस्तर पर ही रहना पड़ता था। काबिलेगौर है कि छह माह से कोमा में जिंदगी से जूझ रही ढाई साल की मासूम जुआना को बचाने के लिए उसकी नानी ने अपने लीवर का हिस्सा दिया था। ब्लड ग्रुप अलग होने के कारण गुडग़ांव के मेदांता अस्पताल के डाक्टरों ने भी देश में पहली बार मिसमेच ब्लड ग्रुप में लीवर पार्ट ट्रांसप्लांट किया। जुआना के ऑपरेशन पर करीब 27 लाख रुपए खर्च हुए।

राष्ट्रीय राजमार्ग या राष्ट्रीय खड्डा मार्ग

राष्ट्रीय राजमार्ग 11 पर पेट्रोल पंप से एसक्यू इंडस्ट्रीज तक आधा दर्जन से भी अधिक स्थानों पर गहरे गड्ढ़े बने हुए हैं। जिससे हरवक्त दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। एसडीएम कोर्ट, होंडा मोटर्स सहित आधा दर्जन स्थानों पर बीच सड़क पर लंबी दूरी में ये गड्ढ़े हैं। इनमें से अधिकांश गड्ढ़े इतने गहरे है कि चार पहिया वाहन भी बचकर निकलते है। रात के समय गड्ढों के कारण हादसों का डर और बढ़ जाता है। इस कारण कई बार हादसे भी हो चुके हैं। बचाव के लिए लोगों ने इन गड्ढों के पास पत्थर लगा दिए परन्तु रात में दो पहिया वाहनों और छोटे वाहनों के लिए ये पत्थर भी भारी मुसीबत बने हुए हैं। क्षेत्र के लोगों ने इन गड्ढों को दुरुस्त कराने की मांग की है।

Thursday, April 5, 2012

मंत्री की बैठक में विधायकों ने ली अफसरों की क्लास

जिले के प्रभारी व चिकित्सा मंत्री एमामुद्दीन अहमद खान उर्फ दुर्रू मियां की फतेहपुर में डेढ़ घंटे तक चली जिला स्तरीय बैठक में बिजली व पानी पर एक बार फिर हंगामा हुआ। एक घंटे तक जनप्रतिनिधि विभागों के अधिकारियों से सवाल का जवाब मांगते रहे लेकिन अधिकारी चुप थे। बिजली सप्लाई में शहर व गांव में भेदभाव करने के मामले पर विधायक बिजली निगम अधिकारियों पर बरस पड़े। पानी पर भी हंगामा बरपा। विधायकों को यहां तक कहना पड़ गया कि सरकार पैसा दे रही है लेकिन आप सरकार को डूबोने में लगे हो।

बैठक शुरू होते ही विधायक गोविंदसिंह डोटासरा ने बिजली का प्रश्न उठाते हुए कहा कि शहरों में बिजली कटौती दो घंटे होती है और गांवों में 12 घंटे। यह कौनसा कानून है? डोटासरा ने तो यहां तक कह दिया कि बैठक आगे तभी बढ़ेगी जब अधिकारी जवाब देंगे। विधायक एसई के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। जिसके बाद खुद प्रभारी मंत्री ने निगम एमडी पीएस जाट को फोन लगाकर जवाब मांगा। इसके बाद तय हुआ कि गांवों में दोपहर 12 से तीन बजे तक बिजली दी जाएगी।

विधायक भंवरु खां भी बिजली के मामले में अधिकारियों को घेरने से नहीं चूके। बोल पड़े कि फतेहपुर से सौतले व्यवहार हो रहा है। अधिकारी जनता से सही व्यवहार नहीं करते। मेरा मोबाइल तक रिसीव नहीं करते। विधायक ने प्रभारी मंत्री से मुखातिब होते हुए यह तक कह पड़े कि अधिकारी मेरी शालीनता का नाजायज फायदा नहीं उठाएं।

बाद में प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को इसके लिए सख्त हिदायत दी। इसके बाद पानी के मुद्दे पर हंगामा हुआ। विधायक डोटासरा ने कहा कि गांवों में ट्यूबवैल खुदे पड़े हैं। बिजली कनेक्शन नहीं हो रहे और जनता पानी-पानी कर रही है। हैरानी यह भी बताई कि कनेक्शन हो गए तो चालू ही नहीं हो रहे। लक्ष्मणगढ़ में ही 50 से अधिक टयूबवैल बिना कनेक्शन के पड़े हैं तो पूरे जिले में क्या हालात होंगे? विधायक पानी पर आगबबूला हो गए और कह पड़े कि सरकार पैसे दे रही है। फिर भी अधिकारी सरकार को डूबोने में लगे है।

खराब सड़क से गुस्साये लोगों ने किया रास्ता जाम

एनएच 11 पर कृषि अनुसंधान केन्द्र से बीबीपुर छोटा तक सड़क के डामरीकरण कार्य में ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री काम में लेने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने लगातार दूसरे दिन भी एक घंटे तक रास्ता रोका और काम रोककर विरोध जताया। पीडब्ल्यूडी के एईएन जांगिड़ ने लोगों को समझाने का प्रयास किया परन्तु ग्रामीण नहीं माने। बाद में एक्सईएन से वार्ता एवं कार्य की मॉनीटरिंग के आश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए।

बिजली की कटौती ने किया परेशान

गर्मी की आहट के साथ ही बिजली विभाग ने भी बिजली के कटौती के जरिये नगर वासियों को अपने मंसूबों से गर्मी शुरू होने के पहले ही वाकिफ करा दिया है । गौर तलब है कि बीते 15 दिन से करीब 8 घंटे की कटौती प्रति दिन की जा रही है । कटौती का कोई निश्चित समय ना होने से घड़ी घड़ी चल  रही बिजली की आँख मिचौनी ने जहां नगर वासियों को परेशान कर रखा है वहीं गर्मी बढ़ने के साथ विद्युत खपत बढ़ने से होने वाली कटौती की बढ़ोतरी की आशंका ने नींद हराम कर रखी  है । 

होने लगा गर्मी का एहसास

अप्रैल माह की शुरुआत के साथ ही तेज होती धूप की चुभन ने गर्मी का एहसास दिलाना शुरू कर दिया है । अप्रैल के पहले हफ्ते में पारा चालीस के आस पास पहुँच गया है जिससे लोगों को गर्मी सताने लगी है । मौसम विज्ञों के अनुसार धीरे धीरे गर्मी और बढ़ेगी , मई जून में पारा पचास के आस पास पहुँच जाने की संभावना भी जताई गयी ।

Sunday, April 1, 2012

वापस लिया बंद

पंद्रह दिन से चली आ रही सर्राफा व्यापारियों की हड़ताल अंततः कल समाप्त हो गयी । उल्लेखनीय है कि सर्राफा व्यापारियों ने कल राजस्थान बंद का आह्वान किया था । गुरूवार को हुयी व्यापार मंडल  की बैठक  में  बंद को समर्थन देने का निर्णय भी ले लिया गया था किन्तु देर रात सम्पूर्ण भारत में ही सर्राफा व्यापारियों द्वारा बंद वापस ले लिए जाने के कारण फतेहपुर में भी बंद को स्थगित कर दिया गया । बंद के स्थगन के साथ ही सर्राफा व्यापारियों ने भी पंद्रह दिन से बंद अपने प्रतिष्ठान खोल लिए ।