Saturday, May 11, 2013

खुद करते है सफाई पानी का इंतजाम

फतेहपुर कस्बे के आठ मुस्लिम बहुल वार्ड सिस्टम के भरोसे रहने के बजाए आत्मनिर्भर हैं। ये पेयजल के बंदोबस्त के लिए न जलदाय महकमे और वार्ड की साफ सफाई के लिए न नगर पालिका की ओर ताकते हैं। यहां के लोग इन महकमों से जुड़ी जरूरतों को लेकर अर्से से अधिकारियों के पास गुहार लगाते लगाते थम गए। फिर भी सुनवाई नहीं हुई तो इन्होंने तय किया और ये सारे इंतजामात अपने स्तर पर करेंगे। इसके लिए माकूल कर्मचारी और संसाधन भी जुटा रखे हैं। इन सारी व्यवस्थाओं का जिम्मा एक कमेटी संभालती है। हर महीने औसतन 30 हजार रुपए सफाई व्यवस्था पर खर्च करते हैं।
कस्बे के वार्ड तीन, चार, पांच, छह, आठ, नौ, 10 व 11 में अधिकतर आबादी व्यापारियान कौम की है। जमीयत कुरैश बोर्ड से जुड़े इलियास खोखर कहते हैं, कुछ साल पहले इन वार्डों में सफाई बड़ी चुनौतियों में शुमार थी। कहकर थक हार लिए तो खुद ही रास्ता खोजा। अब ट्रैक्टर- ट्रॉली, रेहड़ी खरीद रखी हैं और चार कर्मचारी रखते हैं। सुबह सात बजे और दोपहर में दो बजे। दो बार घरों से कचरा लेकर कस्बे से बाहर डलवाते हैं और गली की सफाई करवाते हैं। ऐसी ही व्यवस्था पेयजल को लेकर है। पहले महिलाओं को पानी की समस्या से दो-चार होते हुए रात को तीन बजे पानी भरना पड़ता। दो बड़ी टंकियां बना ली। घर-घर में पेयजल कनेक्शन दे दिए हैं। जरूरतमंदों को निशुल्क कनेक्शन देते हैं।
व्यापारियान कौम की विभिन्न कमेटियों से जुड़े हनीफ जिंदरान, अब्दुल हमीद सोलंकी, शकील इब्राहिम खोखर का कहना है कि नगरपालिका, जलदाय विभाग के चक्कर काटने के बजाय सफाई और पेयजल की जिम्मेदारी खुद ली। चाहते हैं बाकी कौम भी इस तरह की पहल करके संदेश दें। तालीम की अहमियत को समझा। इसी का नतीजा है व्यापारियान कौम पांच शिक्षण संस्थाएं चला रही हैं। नगर पालिकाध्यक्ष मधु भिंडा कहना है कि यह अच्छी पहल है। पालिका भी इन वार्डों के साथ है और पूरी मदद करती है। 

1 comment:

  1. bahut achi suruaat hai .janta agr chahe to bahut kuch kar sakti hai ...salaam aise logo ki himmt ko

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