Friday, February 21, 2014

कृषि विज्ञान केंद्र की बड़ी उपलब्धि , किसानो को तोहफा

फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने तीन साल की रिसर्च के बाद बारानी खेती में देरी से सिंचाई करने पर भी अब बाजरा में दीमक कीट, सफेद लट, ग्वार में झुलसा रोग व मूंग में यलोमौजिक वायरस का तोड़ ढूंढ लिया है । वैज्ञानिकों का दावा है कि जरूरत के अनुसार रिसर्च में शामिल कीटनाशकों का उपयोग करने पर फसल पूरी तरह से ठीक रह सकती है। रिसर्च को सफल मानते हुए इस विधि को कृषि विभाग को अपनाने के लिए सिफारिश कर दी है। वरिष्ठ कीट वैज्ञानिक डा. चोखा राम का कहना है कि उम्मीद है इसी साल कृषि विभाग इसे लागू कर देगा।कृषि वैज्ञानिकों  के अनुसार दीमक, यलो मौजिक व झुलसा रोग इन फसलों की सबसे बड़ी बीमारी है। इसकी वजह से हर साल 25 से 30 फीसदी फसलें नष्ट हो जाती है।


1 comment:

  1. Good job papa...hope your research's ll help more n more people (Y)

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