Friday, September 4, 2015

राज्य में सूखे के हालात , फसलें विनाश के कगार पर

बारिश को तरसती किसानों की आँखों की मुसीबत मौसम विभाग की घोषणा ने और बढ़ा दी है । मौसम विभाग का कहना है कि अलनीनो के कारण इस बार बारिश नहीं हुई है। दो बार डिप्रेशन के कारण जून और जुलाई में बारिश हो गई और उसी का असर रहा कि पश्चिमी राजस्थान में देशभर के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। पूरे देश में स्थिति ठीक नहीं है। 15 अगस्त के बाद से ही मानसून कमजोर हो गया था। पश्चिमी राजस्थान के दस-ग्यारह जिलों से मानसून विदा हो चुका है, बाकी जिलों से भी रवानगी तय है। अब भारी बारिश का संभावना बिलकुल नहीं है। 


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