Thursday, April 28, 2016

अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम


धानुकाराजकीय अस्पताल में मेडिकल रिलीफ सोसायटी की बैठक में अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर विधायक नंदकिशोर महरिया और एसडीएम पुष्करराज शर्मा ने गहरी नाराजगी जताई। 
विधायक को बताया गया कि छह माह से एनेलाइजर खराब है। एक्सरे मशीन, ईसीजी मशीन और जनरेटर आदि खराब हैं तो विधायक ने चेतावनी दी कि 15 दिन में सुधरवाओ। कहा कि रामगढ़ में सिर्फ चार डाॅक्टर हैं, जबकि धानुुका में 15 डाॅक्टर हैं अौर फतेहपुर से छोटा अस्पताल है फिर भी वहां का आउटडोर अधिक है, यह अस्पताल की अव्यवस्थाओं का नतीजा है। एसडीएम पुष्करराज शर्मा ने कहा एमआरएस में पैसे हैं फिर भी मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने में खर्च नहीं हो रहे हैं तो पैसे किस काम के हैं। उन्होंने अस्पताल प्रभारी डाॅ. निर्मल खीचड़ को निर्देश दिए कि वे 15 दिन में कर्मचारियों के साथ बैठक करें और अस्पताल की व्यवस्थाआें पर रिपोर्ट अगली एमआरएस बैठक में पेश करें। इस बात पर उन्होंने लताड़ लगाई कि अस्पताल में रखरखाव की कोई व्यवस्था नहीं है। सब अपनी मर्जी से काम कर रहे हैं। एसडीएम और विधायक ने बीसीएमओ डाॅ. दिलीप कुलहरी और अस्पताल प्रभारी डाॅ. निर्मल खीचड़ को समन्वय के साथ काम करने को कहा। 
एक्सरे मशीन खराब और मोबाइल एक्सरे का उपयोग नहीं : अस्पतालमें एक्सरे मशीन खराब है और लोग परेशान हो रहे हैं, जबकि ट्रोमा सेंटर में मोबाइल एक्सरे मशीन है, उसका एक बार भी उपयोग नहीं हुआ। विधायक ने कहा कि ट्रोमा सेंटर से मोबाइल एक्सरे लाकर जनता को सुविधा दें। महरिया ने अस्पताल प्रभारी को नियमित ड्यूटी चार्ट लगाने को कहा। विधायक महरिया ने कहा कि अस्पताल के अधिकार में धर्मशाला भी है तो उन्हें बताया गया कि अस्पताल के सामने ही धानुका परिवार की बनाई हुई धर्मशाला है। उन्होंने धर्मशाला के बाहर बनी दुकानों को खाली करवाया जाए या उनसे किराया वसूल किया जाए। 

Tuesday, April 26, 2016

तिहावली में गीता ज्ञान महायज्ञ

ग्रामतिहावली में रविवार से गीता ज्ञान महायज्ञ शुरू हुआ। सात दिवसीय कथा के पहले दिन करणी मात मंदिर से राम मंदिर तक शोभायात्रा निकाली गई। कथा स्थल राम मंदिर में कथावाचक मोहननाथ ने कहा कि गीता जीवन के व्यावहारिक ज्ञान का ग्रंथ है। अनेक लोग कथा में शामिल हुए। 

Monday, April 25, 2016

आम रास्ते से हटाया अतिक्रमण

नसरी में गिरदावर, पटवारी आदि ने आम रास्ते की भूमि पर ग्रामीणों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया। ग्राम उदनसरी के लोगों ने तहसीलदार के समक्ष शिकायत की थी कि कुछ लोगों द्वारा गांव में राजकीय भूमि के बड़े भाग पर कब्जा कर रखा है। तहसीलदार कपिल उपाध्याय के निर्देश पर गिरदावर ने पुलिस जाब्ता लेकर सिवायचक भूमि से जेसीबी मशीन द्वारा अतिक्रमण हटाया। ग्रामीणों ने गांव में राजकीय भूमि पर पत्थर, गोबर, कचरा अादि डाल कर कब्जा कर रखा था। अतिक्रमण हटाकर लोगों को निर्देश दिए गए कि भविष्य में वे पुन: अतिक्रमण करने की कोशिश नहीं करें।  

ढुलमुल पशु चिकित्सा सेवा ने बढ़ाई किसानो की परेशानी

ब्लाॅक में पशु चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह से लड़खड़ा गई है। पशुधन पर ग्रामीणों का पूरा गणित टिका है और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सकों, पशुधन सहायकोंं, पशुधन सहचर व सफाईकर्मियों के पद खाली होने से ग्रामीणों को अपने पशुधन के लिए चिकित्सा सेवा नहीं मिल रही है। उन्हें अपने पशुओं के इलाज के लिए निजी डाॅक्टरों पर निर्भर रहना पड़ता है जो बेहद खर्चीला होता है।अधिकांश स्थानों पर समुचित व्यवस्था नहीं होने से राज्य सरकार की निशुल्क योेजनाओं का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। दैनिक भास्कर ने पूरे ब्लाॅक के पशु चिकित्सालयों और सबसेंटर के हालात जाने तो गंभीर स्थिति सामने आई।
कस्बे में खुद का भवन नहीं है। राज्य सरकार द्वारा पशु चिकित्सालय भवन के लिए भूमि चिह्नित नहीं होने पर 2010 में तत्कालीन विधायक भंवरू खां द्वारा विधायक कोटे से दिए गए पांच लाख की राशि लैप्स हो गई। कस्बे में पशु चिकित्सालय धर्मशाला में चल रहा है। रोडवेज बस स्टैंड पर होने से इस धर्मशाला पर भी भूमाफिया की नजर है। राजकीय लापरवाही से पशु चिकित्सालय के आधे हिस्से पर कब्जा हो गया। पशु चिकित्साधिकारी को बाकी बचे हिस्से को बचाने के लिए एसीजेएम कोर्ट फतेहपुर में तारीख पेशियों पर चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।भूमि स्वामित्व से संबंधित मुकदमे एसीजेएम कोर्ट फतेहपुर में लंबित चल रहे हैं। रोडवेज बस स्टैंड पर बरसात में पानी भराव की समस्या होने से बरसात में पशु चिकित्सालय में पानी भर जाता है। दवाइयां व स्टाॅक आदि खराब हो जाता है। यहां वेटरनरी सहायक की पोस्ट आठ साल से खाली है। 

Thursday, April 21, 2016

लोकसेवा आयोग अध्यक्ष ने की हवेलियों की सराहना

 राजस्थानलोकसेवा आयोग अध्यक्ष ललित पंवार ने मंगलवार को कस्बे की हवेलियों का अवलोकन किया। तहसीलदार कपिल उपाध्याय के साथ उन्होंने नादीन ली प्रिंस हवेली, सिंघनियां हवेली, गोयनका हवेली, सिंघनिया छतरी आदि देखी तथा इनमें समाहित भित्तिचित्रों का अवलोकन कर सराहना की। उन्होंने तहसीलदार कपिल उपाध्याय से कहा कि पालिका से मिलकर पर्यटन स्थलों के आसपास सफाई व्यवस्था सही करें। विरासत संरक्षण संगठन के सदस्यों ने उन्हें संगठन द्वारा विरासत संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। 

Wednesday, April 20, 2016

किसान मेले में 350 ने लिया भाग

भरतियाकृषि विज्ञान केंद्र पर किसान मेला लगा। मुख्य अतिथि विधायक नंदकिशोर महरिया ने कहा कि अब कृषक कम प्रीमियम पर फसलों का बीमा करवा सकेंगे तथा फसल के नुकसान का आकलन भी जीपीएस माध्यम से होगा। निदेशक प्रसार जोबनेर डाॅ. एनके शर्मा ने योजनाओं का लाभ लेने को कहा। 
संयुक्त निदेशक कृषि विभाग ने योजनाओं की जानकारी दी। डाॅ. जुनैद अख्तर ने कृषि विज्ञान केंद्र की योजनाओं के बारे में बताया। मेले में कृषि विज्ञान केंद्र आबूसर झुंझुनूं और चांदगोठी, कोहिनूर इंडस्ट्रीज सीकर, मल्टीप्लेक्स कर्नाटक एग्रो केमिकल, रिवोलिस इरिगेशन, इफको सीकर, भेड़ प्रजनन फार्म, कृषि विज्ञान केंद्र फतेहपुर द्वारा प्रदर्शनियां लगाई गई। मेले में 350 कृषकों ने भाग लिया। 

Tuesday, April 19, 2016

महावीर जयन्ती पर प्रभात फेरी

भगवान महावीरस्वामी की जयंती पर मंगलवार को जैन समाज द्वारा प्रभात फेरी निकाली जाएगी तथा अन्य कार्यक्रम होंगे।  मंगलवार सुबह सात बजे जैन धर्मावलंबियों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जाएगी तथा नए जैन भवन में भगवान महावीर स्वामी के आदर्शों और जीवन चरित्र पर संगोष्ठी तथा अन्य कार्यक्रम होंगे। 

अस्पताल की जांच में डाक्टर मिले नदारद

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने शनिवार शाम को फतेहपुर कस्बे के धानुका अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में दो डॉक्टर और कंपाउंडर गैर हाजिर मिले। अनुपस्थित मिले कार्मिकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में सफाई व्यवस्था दुरूस्त न मिलने पर प्रभारी और ठेकेदार को फटकारा।
सीएमएचओ डॉ. एसएस अग्रवाल ने बताया कि शनिवार शाम को फतेहपुर कस्बे के धानुका अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में डॉ. सुभाष महला, डॉ. गोरधन सौंकिया व कंपाउंडर दुलीचंद गैर हाजिर मिले। उपस्थिति रजिस्टर में क्रॉस का निशान लगाया। ड्यूटी से गायब मिले डॉक्टरों और कंपाउंडर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अस्पताल में सफाई की व्यवस्था सही न मिलने पर प्रभारी को फटकारा।




Monday, April 18, 2016

जानकी वल्लभ मंदिर में भंडारा

जानकीवल्लभमंदिर के महंत नारायणाचार्य की पुण्यतिथि पर दो दिवसीय धार्मिक कार्यक्रमों का शनिवार को समापन हुआ।  मंदिर महंत नारायणाचार्य की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को संगीतमय सुंदरकांड पाठ एवं अन्य धार्मिक कार्यक्रम हुए। रात्रि में महंत गोपेशाचार्य के सानिध्य में अायोजित भजन संध्या में भजनों की प्रस्तुति दी। शनिवार को भंडारा हुआ। 

Thursday, April 14, 2016

चुवास में धार्मिक आयोजन

श्रीनाथआश्रम चुवास में बाबा मालदास की 38वीं जयंती पर रविवार से दो दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम शुरू हुए। महंत निश्चलनाथ ने जानकारी दी कि रविवार रात्री विशाल भजन संध्या आयोजित की गई,जिसमें संत विक्रमनाथ पालवास, संत स्मृतिनाथ, संत शांतिनाथ सिनवाली, संत मुक्ति नाथ मीरण, संत मोतीनाथ काछवा आदि संतों ने भजनों की शानदार प्रस्तुतियां दी। सोमवार को भंडारे का आयोजन किया गया। इस दौरान अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे। 

Tuesday, April 12, 2016

564 साल का हुआ फतेहपुर

फतेहपुरकस्बे का 565वां स्थापना दिवस सोमवार को है। इसे चौहान राजा मोटे राव के पड़पौत्र नवाब फतेह खां ने बसाया था। कायमखानी शासक नवाब फतेह खां ने संवत 1505 में फतेहपुर किले की नींव रखी थी। उन्होंने चैत्र शुक्ला पंचमी संवत 1508 को गढ़ में प्रवेश किया था और 23 वर्ष तक फतेहपुर पर शासन किया। चैत्र शुक्ला पंचमी 1508 से चैत्र शुक्ला प्रतिपदा संवत 1788 तक 279 वर्ष 11 माह और 25 दिनों तक 12 नवाबी शासकों का राज रहा। इसके बाद चैत्र शुक्ला प्रतिपदा संवत 1788 को राव राज शिवसिंह ने तत्कालीन नवाबी शासक को परास्त कर फतेहपुर पर अाधिपत्य जमाया, तब से संवत 2011 तक 10 राजपूत शासकों ने 226 वर्ष तक शासन किया।
कस्बे में लोग केवल दो छतरियों को जानते हैं, जगन्नाथ सिंहानिया की छतरी और दूसरी रामगोपाल गनेड़ीवाल की छतरी, लेकिन इसके अलावा भी छोटी-छतरियां हैं। लोगों को उनकी जानकारी नहीं है। उनके नाम है रुकमानंद की छतरी (त्रिभुवन स्कूल), धाभाई की छतरी (कृष्ण सत्संग), नेवटिया की छतरी (शीतला स्कूल के पास) खेमका छतरी (गैस गोदाम के पास)। 
कस्बे में होटल हवेली के सामने घड़वा जोहड़ा और बीड़ में रामगोपाल गनेड़ीवाल का जोहड़ा है। इसके अलावा बांकिया बालाजी के पास जोहड़ा, मुसानिया जोहड़ा (कृषि गोदाम के पास), एनएच 52 पर पिंजरापोल में छोटी जोहड़ी, मंडावा रोड पर कसेरा बीड़ में भी जोहड़ा है, लेकिन लोगों को जानकारी नहीं है। 


फतेहपुर के संस्थापक नवाब फतेह खां ने फतेहपुर के अतिरिक्त अपने शासनकाल में चार गढ़ और बनाए थे। उनमें पल्लू, साहवा, भादरा भारण (बायला) हैं। 
नवाब दौलत खां संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे और उन्होंने दौलत विनोद सार ग्रंथ लिखा था। 
सेठजीआर चमड़िया काॅलेज के गीता हाॅल में संगरमर के पत्थरोंं पर संपूर्ण गीता लिखी हुई है 
फतेहपुर में सर्वप्रथम रेल चैत्र बदी 14 संवत 1995 में सीकर से फतेहपुर तक चली थी। संवत 2011 में रेल चूरू तक पहुंची थी। संवत 1983 में रेलवे स्टेशन से मुकुंदगढ़ तक बस चली थी। 
पहला रेडियो सेट सेठ श्रीगोपाल नेवटिया संवत 1985 में लाए थे। 
दूसरे नवाब जलाल खां ने पशुधन विकास के लिए 12 कोस का बीड़ छोड़ा था। यह बीड़ राज्य में सबसे बड़ा है। 
संवत 1663 में दादूदासजी के शिष्य प्रयागदास ने फतेहपुर में दादू द्वारे की स्थापना की थी। संत सुंदरदास ने इसे ही अपनी तपोभूमि बनाया। 
फतेहपुर में सबसे पहला पुस्तकालय 200 वर्ष पूर्व संत बुधगिरीजी ने बुधगिरीजी की मढ़ी पर बनाया था। जीवित समाधि लेने से पूर्व उन्होंने सभी पुस्तकें श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर में पहुंचा दी थी। 


फतेहपुर कस्बा हवेलियों, बावड़ी, कुओं और भित्तिचित्रों के लिए प्रसिद्ध है। कभी 15 साल में कस्बे से 50 से अधिक हवेलियों को तोड़कर व्यावसायिक काॅम्पलेक्स बना दिए। सबसे अधिक हवेलियां बावड़ी गेट, संकड़ी गली, सीकरिया चौरास्ता, मुख्य बाजार में टूटी हैं। बावड़ी गेट पर नाभली वालों, सरावगियों की हवेली, जालान हवेली, अर्जुनदास गोयनका हवेली, छपरावाले सरावगियों की हवेली, सुखानंद सरावगी की हवेली, केडिया हवेली, जैन हवेली, रंगलाल सरावगी की हवेली, फतेहचंदका की हवेली, पोदार हवेली, सीताराम केडिया की हवेली को भूमाफिया ने नष्ट कर दिया। 

दादूसंप्रदाय के दूसरे सबसे बड़े संत सुंदरदास की समाधि बदहाल स्थिति में है। वे महान साहित्यकार थे और उन्हें साहित्य का शंकराचार्य भी कहा जाता है। उन्होंने अनेक अद्‌भुत रचनाएं लिखी। उनकी स्मृति में भारत सरकार ने डाक टिकट भी जारी किया था। पूरे देश में सुंदरदास ने पांच स्तंभ स्थापित किए थे, जिनमें फतेहपुर सबसे प्रमुख था। 

कस्बेकी सबसे अनमोल विरासत लाल पत्थरों की हवेली इसके स्वामियों की उपेक्षा से पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है और इसका नामोनिशान भी नहीं बचा है। लाल पत्थरों पर बेहद बारीक कारीगरी से यह देशी-विदेशी सैलानियों का मन मोह लेती थी। सभी देशी-विदेशी लेखकों की पुस्तकों में इसका स्थान सबसे पहले आता था। 

Saturday, April 9, 2016

विरासत महोत्सव में बिखरे रंग

घड़वा जोहड़ा में बुधवार को फाल्गुनी विरासत महोत्सव आयोजित किया गया। आयोेजक विरासत सरंक्षण संगठन ने बताया कि अध्यक्षता पूर्व विधायक बीएल भिंडा ने की। मुख्य अतिथि कलेक्टर एलएन सोनी थे। महोत्सव में कलाकारों ने फाल्गुनी गीतों की प्रस्तुतियां दी। आयोजन देर रात तक चला। बाबूलाल माली एंड कंपनी ने ढप और चंग पर प्रस्तुतियां दी। लोक कलाकार पूर्णमल ने लावणी सुनाई। अर्जुन शर्मा, विद्याधर भास्कर के रींगस के भैरूंजी नृत्य पर लोग झूम उठे। गोगामेड़ी के रामनाथ एंड कंपनी ने बीन और भपंग पर प्रस्तुति दी। विरासत महोत्सव मनाने का मुख्य उद्देश्य कस्बे की विशालकाय हवेलियों और इनमें समाहित भित्तिचित्रों, बावडी, मकबरा, जोहड़े सहित अन्य विरासतों को बचाना तथा आम आदमी में अपनी समृद्ध और वैभवशाली इतिहास के प्रति जागृति पैदा करना है। 

Friday, April 8, 2016

भारत माता की आरती से किया नव वर्ष का स्वागत

गोयनकामंदिर में भारत माता की आरती का आयोजन किया गया। भारत विकास परिषद द्वारा रविवार देर रात आयोजित कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए और बाबा सत्यनारायण मौर्य ने जीवंत चित्र बनाए। इस दौरान उन्होंने भारत माता, स्वामी विवेकानंद, महाराणा प्रताप के अलावा लोकदेवता बाबा बुधगिरीजी और अमृत नाथजी के चित्र बनाए। उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि आज यहां भारत माता की जय नहीं बोलने वालों का बोलबाला है और सरकार परोक्ष रूप से ऐसे लोगों का समर्थन दे रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सनातन सभ्यता और संस्कृति के लगातार गिरने का प्रमुख कारण आधुनिक तकनीकी है, जो विकृत रूप से भारतीय संस्कृति को पेश कर रहे हैं। 

Thursday, April 7, 2016

कृषि कालेज में हड़ताल समाप्त

कृषिकॉलेज में चल रही हड़ताल बुधवार को समाप्त हो गई। बुधवार को एसएफआई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आबिद हुसैन के सानिध्य में हड़ताली विद्यार्थियों की डीन डाॅ. झाबरमल ढाका से वार्ता हुई। इसमें विद्यार्थियों ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा की। बुधवार को काॅलेज प्रशासन ने विद्यार्थियों को उनकी मांगों के संबंध में लिखित आश्वासन दिया।

Wednesday, April 6, 2016

अप्रैल में ही पारा 40 के करीब

शेखावाटीमें मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। पारे में बढ़ोतरी के साथ ही अभी से धूप की तेजी अखरने लगी है। पिछले सालों की तुलना में इस बार अप्रैल के शुरुआत में ही मई जैसी गर्मी का अहसास होने लगा है। अप्रैल के पहले सप्ताह में शनिवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री के करीब पहुंच गया था। 
मौसम विभाग के अनुसार नमी कम होने और धूप में तेजी के कारण मौसम बदल रहा है। अब लगातार तापमान में बढ़ोतरी होगी। पिछले तीन सालों की बात करे तो अप्रैल के आखिरी और मई के शुरुआत में पारा 38 से 41 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। लेकिन इस बार अप्रैल के पहले सप्ताह में ही पारा 39 डिग्री तक पहुंच चुका है। साल 2015 में चार अप्रैल को अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जबकि इस बार 6.4 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ पारा 36.6 डिग्री पहुंच गया। पिछले सालों की तुलना इस बार तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। फतेहपुर मौसम केंद्र पर अधिकतम तापमान 36.6 न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 

Sunday, April 3, 2016

रात्रि चौपाल का आयोजन

ग्रामपंचायत रोसावां में गुरुवार रात्रि चौपाल लगी। जिप सीईओ कैलाश नारायण मीणा की अध्यक्षता में आयोजित रात्रि चौपाल में आला अधिकारियों  ने भाग लिया। ग्रामीणों ने रोसावां में शराब ठेका हटाने की मांग की। थेथलिया में श्मशान भूमि कटान के मामले में मौके पर तहसीलदार को रिपोर्ट करने के निर्देश दिए तथा सड़क ठीक करने की मांग की। रात्रि चौपाल मेंं अचानक स्थान बदलने का कई लाेगों ने विरोध किया। पहले चौपाल अटल सेवा केंद्र में होने की बात थी, लेकिन एेनवक्त पर स्थान दो किमी दूर राउमावि रोसावां में कर दिया गया। स्थान बदलने पर लोगों ने विरोध जताया। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि राउमावि का स्थान रोसावां और थेथिलयां के बीच रखा गया था। 

Saturday, April 2, 2016

सेडळ सेडळ शीतला ए माँ

नगर में गुरुवार को शीतलाष्टमी पर्व परंपरागत तरीके से मनाया गया। महिलाओं ने मंगल गीतों के साथ माता को ठंडे पकवानों का भोग लगाकर पूजा-अर्चना की। सेडळ माता से ठंडी नजर रखने की कामना की।  महिलाएंसुबह से ही थालियो में ठंडे व्यंजन राबड़ी, पुआ, पकोड़ी, दही आदि सजाकर शीतला माता मंदिर में पहुंच रही थी। लोगों ने उन पर ठंडी नजर रखने तथा परिवार की सुख-समृद्धि की मन्नत मांगी। इसी परंपरा के तहत महिलाओं ने कुम्हार के घर के पास ही कहानी सुनी। वहीं कस्बे में होली के दूसरे दिन से शुरू हुए गौरी पूजन के सिलसिले में गुरुवार को शीतलाष्टमी से गणगौर पूजने वाली महिलाएं युवतियां कुम्हार के घर से पक्की गणगौर एवं घडूल्या मंगल गीतों के साथ लेकर आई। इस मौके पर शीतला माता के मंदिरों एवं घर-घर में माता की पूजा की गई। माता के चावल, राबड़ी, अंकुरित बाजरा का भोग लगाकर ठंडा प्रसाद ग्रहण किया। महिलाओं ने बास्योड़ा की कहानी सुनी।